दुनिया के सबसे लंबे लोगों का अब घट रहा है कद ? जानिए वजह

The Found
By -
0

सालों से नीदरलैंड का दावा रहा है कि उसके लोग दुनिया में सबसे लंबे होते है । नीदरलैंड केंद्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (सीबीएस) के मुताबिक, 1958 के बाद डच दुनिया के किसी भी अन्य देश के लोगों के मुक़ाबले सबसे ज़्यादा लंबे हो गए. पर हाल में हुए कई शोध बताते हैं कि अब हालात ऐसे नहीं है नई पीढ़ी अपने पहले की पीढ़ी की तुलना में थोड़ी छोटी हो गई है। 

देश में पुरुषों की औसत लंबाई 1 सेंटीमीटर, तो महिलाओं की औसत लंबाई 1.4 सेंटीमीटर तक कम हो गई है, हालांकि लंबाई में हुई इस कमी के बहुत से कारण भी बताएं जा रहे है लेकिन इसका असली कारण अब तक नहीं पता लगा है और विषेयज्ञ अब तक पता लगे एक भी कारण से संतुष्ट नहीं है।


दशक दर दशक बढ़ रही थी लंबाई


ऑफिसियल वेबसाइट के अनुसार क़द लंबा होने की प्रवृत्ति लगभग एक सदी पहले शुरू हुई थी. सीबीएस हर चार साल में एक स्वास्थ्य सर्वेक्षण करती है. इसी में लोगों की लंबाई भी मापी जाती है.2020 में, 19 साल के डच पुरुषों की औसत लंबाई 182.9 सेंटीमीटर थी, जबकि उसी उम्र की महिलाओं की लंबाई 169.3 सेंटीमीटर थी.1930 में पैदा हुए पुरुषों की तुलना में 1980 में पैदा हुए पुरुषों की ऊंचाई औसतन 8.3 सेंटीमीटर बढ़ गई।

 इसी तरह महिलाओं की लंबाई इस दौरान 5.3 सेंटीमीटर बढ़ गई.एक्सपर्ट्स के अनुसार लंबाई होने का मुख्य कारण है कि ये लोग दूध बहुत पीते है ।लेकिन इस सिलसिले में और भी कई थ्योरी हैं। वे कहते हैं, "बेहतर जीवन स्तर से भी ऐसा हो सकता है. सभी देशों के मानव विकास सूचकांकों में नीदरलैंड पहले स्थान पर है. दूसरे देशों में डेनमार्क का भी यही सूचकांक है और वहां के लोग भी लंबे हैं"

लंबे होने के फ़ायदे

लंबाई केवल आपके बाहरी सुंदरता के लिए नहीं बल्कि लंबे होने से व्यक्ति को काफी फायदे भी होते है. वैज्ञानिक चार्ल्स डार्विन के एक सिद्धांत के अनुसार समय के साथ किसी प्रजाति के आनुवंशिक लक्षण बदल सकते हैं।

 इससे एक नई प्रजाति भी बन सकती है. इसी अध्ययन में पता लगा है कि "आप जितने लंबे होते हैं, उतना अधिक पैसा कमाते हैं, यदि आप लंबे हैं तो आप अधिक प्रभाव का अहसास कराते हैं और शायद इसलिए लोग आपकी बातों को ज्यादा मानते हैं, और आप ज्यादा सामाजिक प्रतिष्ठा पाते हैं। "सामान्यतः भी लंबे कद वाले लोग छोटे कद के लोगों की तुलना में ज़्यादा आकर्षित करते है।

क़द छोटा होने के कारण

सीबीएस के नए शोध के अनुसार, अब डच लोगों की लंबाई नहीं बढ़ रही इसके लिए 19 से 60 साल की उम्र के 7 लाख से ज़्यादा लोगों की लंबाई ली गई, नतीजों में पता लगा कि , 2000 के बाद पैदा हुए 19 साल के पुरुषों की लंबाई 1980 के दशक में पैदा हुए पुरुषों की तुलना में औसतन 1 सेमी कम हो गई।

 महिलाओं का क़द भी 1.4 सेंटीमीटर कम हुआ है औऱ इसके मुख्य कारण, प्रवासन का बढ़ना, खान-पान बदलना और आर्थिक संकट आदि पता लगे है। इसका सबसे बड़ा कारण है नई जेनरेशन के माता पिता में से किसी एक का डच न होना। सीबीएस ने अपनी वेबसाइट पर लिखा कि बिना आप्रवासन के इतिहास वाले पुरुष लंबे नहीं होते, जबकि बिना आप्रवासन के इतिहास वाली महिलाओं की लंबाई में कमी की प्रवृत्ति दिखती है।


रूबेन वैन गैलेन कद घटने का एक दूसरा संभावित कारण बताते हैं, वो कहते हैं कि औसत लंबाई में कमी उस जैविक सीमा के चलते हो सकती है कि व्यक्ति अब और नहीं बढ़ सकता।हालांकि विशेषज्ञों को सबसे ज्यादा चिंता जीवनशैली बदलने और विकास के दौरान युवाओं के ज्यादा कैलोरी लेने को लेकर है और सबसे ज़्यादा चिंता का कारण है आधुनिकता की ओर बढ़ रहे लोगों का स्वास्थ्य विरोधी चीज़ों का सेवन।

 एक्सपर्ट्स के अनुसार, आज की पीढ़ी सिगरेट, शराब और अल्कोहल युक्त चीज़ों का सेवन कर रही है जिससे उनकी ओवरऑल ग्रोथ पर असर हो रहा है। 

Follow Us On :

Follow Our Facebook & Twitter Page : (The Found) Facebook Twitter

Subscribe to Youtube Channel: The Found (Youtube)

Join our Telegram Channel: The Found (Telegram)

Join our Whatsapp Group: The Found (Whatsapp)

Follow Our Pinterest Page : The Found (Pinterest)
 

                           Order Now (Kande/Upla)....Click :  https://bit.ly/3eWKt1V

 LifeStyle 

History

Article :
Tags: Travel, History

Post a Comment

0 Comments

Please Select Embedded Mode To show the Comment System.*

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!