जिस बात का डर था वही हुआ, आखिरकार आईपीएल (IPL 2020) शुरू होने से पहले ही कोरोना वहां पहुंच गया है, लेकिन बीसीसीआई आईपीएल की तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगा है, आखिर बीसीसीआई (BCCI) के लिए खिलाडियों की जान से कीमती क्यों है आईपीएल...ये जानना जरूरी है, लेकिन इससे पहले ये जान लिजिए कि कोरोना ने आईपीएल में एंट्री कैसे मारी,
28 अगस्त की शाम को आयी एक रिपोर्ट के अनुसार चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) के 12 सदस्यों में कोरोना वायरस पाए जाने की पुष्टि हुई है, इसमें टीम का 1 तेज गेंदबाज और अन्य सर्पोट स्टाफ बताया जा रहा है, आईपीएल 2020 की शुरूआत 19 सिंतबर से होने वाली है ऐसे में टूर्नामेंट की शुरूआत से ठीक पहले कोरोना का पहुंचना बीसीसीआई के लिए एक बडी चिंता का कारण होना चाहिए और शायद ये बात बोर्ड भी जानता है...कहीं यही तो कारण नहीं कि बोर्ड ने अभी तक टूर्नामेंट का शेयडूल भी तय नहीं किया है, लेकिन आईपीएल फैंचाइजी टीमें यूएई पहुंच चुकी है इसका मतलब आईपीएल तो रद्द होने की कम ही संभावना है।
चेन्नई सुपर किंग्स के सभी सदस्य जिनमें कोरोना पाया गया है, वे स्थिर हैं और आईसोलेट हैं, भारतीय स्वास्थ्य नियंत्रण बोर्ड के एमओपी के स्वास्थ्य अधिकारियों के निर्देशानुसार CSK सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन कर रहा है।
BCCI SOPs के अनुसार, UAE में पहुंचने वाले खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ तीन नेगिटिव टेस्ट देने होगें, तीनों सफल परीक्षणों के बाद, खिलाड़ियों को बायोसेंक बबल में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी।
खिलाड़ी और सहयोगी स्टाफ, एसओपी के अनुसार, 2 सप्ताह के लिए आइसोलेशन में रहेंगे, दो सप्ताह के बाद, 2 नकारात्मक परीक्षण रिपोर्ट देनी होगी, टीम की गतिविधियों को फिर से शुरू करने से पहले कार्डियक स्क्रीनिंग भी अनिवार्य है। बायो-सिक्योर एनवायरनमेंट के भीतर सभी व्यक्तियों को आईपीएल 2020 सीज़न के दौरान हर पांचवें दिन परीक्षण किया जाएगा।

