जयपुर- मंगलवार को जयपुर बीजेपी कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजस्थान के सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि कांग्रेस की संकल्प रैलियों का कोई आधार नही है जनता कांग्रेस पाटी की सच्चाई जानती है।
कांग्रेस ने हर संभाग में पांच सकंल्प रैलियां करने की घोषणा करी तब कहा था कि हर सकंल्प रैली में राहुल गांधी मौजूद रहेंगे। लेकिन दो सकंल्प रैलीयां हो चुकी पहली चित्तौड़गढ़ में दुसरी चुरु में लेकिन राहुल गांधी कही शामिल नहीं हुए।
कांग्रेस ने हर संभाग में पांच सकंल्प रैलियां करने की घोषणा करी तब कहा था कि हर सकंल्प रैली में राहुल गांधी मौजूद रहेंगे। लेकिन दो सकंल्प रैलीयां हो चुकी पहली चित्तौड़गढ़ में दुसरी चुरु में लेकिन राहुल गांधी कही शामिल नहीं हुए।
मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि जिनके नाम से रैलियों में लोगों को इकट्ठा किया गया वे स्वयं वंहा मौजूद नही थे। राजस्थान में कांग्रेस को मुख्यमंत्री पद के लिए चेहरा नही मिल रहा इसलिए राहुल गांधी को चेहरा बनाकर चुनाव लड़ना चाहती है। राजस्थान कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद ,आपसी गुटबाजी और मतभेद के कारण ही राहुल गांधी संकल्प रैलियों में शामिल नही हो रहें। और राजस्थान में कांग्रेस की हालत देखकर राहुल गांधी संकल्प रैलियों में आने की हिम्मत खुद भी नही जूटा पा रहें है।
मुख्यमंत्री की गौरव यात्रा के दौरान हुए पथराव पर अरुण चतुर्वेदी ने कहा की लोकतंत्र में अपनी बात रखने का सबको अधिकार है लेकिन आजादी के बाद से ही कांग्रेस ने विरोधी दलों की आवाज दबाने की कोशिश की है आपातकाल इसका जबरदस्त उदाहरण है।
अब जब कांग्रेस पुरे देश से साफ हो रही है तो अपने अंतिम हथियार के तौर पर विरोध दलों के बोलने के अधिकारों को समाप्त करने में लगी है। जोधपुर में मुख्यमंत्री की गौरव यात्रा और कोटा में स्थानीय विधायक की विकास यात्रा पर हमला इस बात का प्रमाण है।
कांग्रेस पाटी बैलेट की लडाई को पत्थर की लडाई बनाने में लगी है। हिम्मत है तो मुद्दों पर बहस करें और सरकार बनाने का काम जनता को तय करने दें।
पांच दशक तक कांग्रेस ने गरीबों, किसानों की बात कर वोट बटोरे लेकिन किया कुछ नही। अब इनके पास मुद्दे बचे नहीं है इसलिए फ्रिजुल की बाते कर रही है।