शोरा ने कहा कि बेटी की धमकी के बाद ही वे कश्मीर से भाग कर जम्मू आए हैं। अब उनके लिए कश्मीर में रहना मुश्किल हो रहा है। शोरा ने कहा कि मेरा राजनीति से कोई संबंध नहीं है, लेकिन मैं चाहता हूं कि कश्मीर में अमन चैन कायम हो। अनुच्छेद 370 (Article 370) के हटने के बाद से जम्मू कश्मीर में शांति बहाली हो रही है, लेकिन एक ऐसा संगठित गिरोह सक्रिय हो रहा है जो कश्मीर में हालात बिगाडऩे का प्रयास कर रहा है। ऐसे गिरोह में उनकी बेटी भी शामिल हैं।
शेहला ने अपने सभी लीगल दस्तावेज में स्वयं को बेरोजगार बता रखा है, लेकिन शेहला के बैंक खातों में करोड़ों रुपया आया है। जांच एजेंसियों को यह पता लगाना चाहिए कि एक बेरोजगार लड़की के खातों में करोड़ों रुपया कहां से आया? अब्दुल राशिद ने कहा कि वे एक देशभक्त इंसान है, इसलिए अपनी बेटी की गतिविधियों की जांच की मांग की है।
शोरा ने कहा यदि शेहला के मोबाइल फोनों की कॉल डिटेल निकाल कर जांच की जाए तो असली चेहरा सामने आ सकता है। सरकार को उन तत्वों से सावधान रहना चाहिए जो जम्मू कश्मीर के हालात बिगाडऩा चाहते हैं।
नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रर्दशन में रही प्रमुख चेहरा
सब जानते हैं कि शेहला राशिद (Shehla Rashid) दिल्ली में हुए सीएए (CAA) विरोधी आंदोलन में भी सक्रिय थी। इस आंदोलन में जेएनयू के कई विद्यार्थियों की भूमिका सामने आई थी। विदेशी फंडिंग का भी पता चला था, तब भी शेहला पर गंभीर आरोप लगे। बदली हुई परिस्थितियों में शेहला दिल्ली छोड़कर कश्मीर में शिफ्ट हो गई हैं। अब कश्मीर में शेहला क्या कर रही है, यह पिता अब्दुल राशिद ने सार्वजनिक कर दिया है। यदि एक पिता को अपनी ही बेटी से जान का खतरा हो तो बेटी के चेहरे का अंदाजा लगाया जा सकता है। हालांकि शेहला ने पिता पर अपनी मां को पीटने का आरोप लगाया है। इस संबंध में शेहला की ओर से पिता के विरुद्ध एफआईआर भी दर्ज करवाई गई है।
भले ही यह पारिवारिक विवाद हो, लेकिन शेहला के पिता के आरोपों को यूं ही खारिज नहीं किया जा सकता। शेहला राशिद (Shehla Rashid) जम्मू कश्मीर और दिल्ली में कई एनजीओ भी चलाती है। ऐसे एनजीओ की गतिविधियों की भी जांच होनी चाहिए। कौन है शेहला राशिद शेहला राशिद (Shehla Rashid) का जन्म 30 अप्रैल 1988 को जम्मू और कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के हब्बा कदल में हुआ था। शेहला का पूरा नाम शेहला राशिद शोरा है। उनके पिता का नाम अब्दुल राशिद शोरा है। शेहला की मां के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन कहा जाता है कि पेशे से एक नर्स है। शेहला ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कश्मीर में पूरी की। उन्होंने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, श्रीनगर में कंप्यूटर इंजीनियरिंग किया है। इंजीनियरिंग के बाद, उन्होंने कुछ समय के लिए एचसीएल टेक्नोलॉजी में भी काम किया। हालाँकि, वह जल्द ही अपने काम से मोहभंग हो गया और अपनी पढ़ाई फिर से शुरू कर दी। इसके बाद शेहला ने दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में दाखिला लिया और यहाँ से समाजशास्त्र में एमए किया। और फिर कानून और शासन में एमफिल। वहीं, वर्तमान में जेएनयू से पीएचडी कर रही हैं। शेहला राशिद ने कार्यक्रम के दौरान, कहा था कि वह भारत की एक बहुत ही हिंसक तस्वीर देखकर बड़ी हुई है, लेकिन जेएनयू ने उसे लोकतांत्रिक स्थान दिया है।

