डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन (Joe Biden) अमेरिका के अगले राष्ट्रपति होंगे। उन्होंने मंगलवार को हुई वोटिंग में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प को हराया। डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) की हार के साथ, जो बाइडेन (Joe Biden) के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने का रास्ता साफ हो गया है। उन्होंने व्हाइट हाउस तक पहुंचने के लिए आवश्यक 270 इलेक्टोरल कॉलेज वोट का आकंड़ा पार कर लिया।
जो बाइडेन (Joe Biden) ने दो साल तक ओबामा प्रशासन के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया है। जो बाइडेन (Joe Biden) की राजनीतिक यात्रा बहुत लंबी रही है। उपराष्ट्रपति के रूप में भी उनका अच्छा अनुभव रहा है और उन्हें विदेशी मामलों का विशेषज्ञ माना जाता है।
बाइडेन की जीत के बाद अब ये जानना जरूरी है कि अमेरिका की नयी सरकार की नीतियां भारत पर किस प्रकार की रहेंगी और क्या वह डोनाल्ड ट्रम्प की तरह भारत के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए रखने की नीति को जारी रखेंगे या फिर विदेश नीति में बदलाव के साथ सत्ता में रहेंगे।
भारत को अमेरिका के नये राष्ट्रपति से क्या उम्मीदें है
H1B वीजा, रक्षा सहयोग में बढ़ावा, पाकिस्तान के प्रति अमेरिका का कड़ा रूख, आतंकवाद, ईरान के संबंध में निर्णय, कश्मीर पर रवैया, जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दे हैं, और जिस तरह का रवैया जो बाइडेन (Joe Biden) रखता है, वह भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
कौन है जो बाइडेन
डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडेन (Joe Biden) 1972 में पहली बार डेवावेयर से सीनेट के लिए चुने गए थे। अब तक वह छह बार सीनेटर रह चुके हैं। बाइडेन ने बराक ओबामा के राष्ट्रपति के कार्यकाल के रूप में अमेरिका के 47 वें उपराष्ट्रपति का पद संभाला था, इस चुनाव में उन्हों ने ओबामा को पॉपुलर वोट में रिकॉर्ड मतों से पीछे छोड़ दिया था। जो बाइडेन (Joe Biden) अमेरिकी इतिहास में पांचवें सबसे युवा सीनेटर थे।
वे अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही अमेरिका के इतिहास में सबसे अधिक उम्र के राष्ट्रपति बनने वाले व्यक्ति बन जाएगें।
बाइडेन की परिवारिक यात्रा बेहद दुखी रही
जो बाइडेन (Joe Biden) के पारिवारिक जीवन का इतिहास काफी दुखद रहा है। 1972 में कार दुर्घटना में जो बाइडेन (Joe Biden) की पहली पत्नी और बेटी की मृत्यु हो गई थी। 2015 में उनके बेटे की ब्रेन कैंसर से मौत हो गई थी।
इन घटनाओं ने उसके जीवन को पूरी तरह से हिला दिया। इसका उनके जीवन और सोच पर भी असर पड़ा। यही कारण है कि जो बाइडेन (Joe Biden) ने राष्ट्रपति चुनाव में स्वास्थ्य योजनाओं को विशेष प्राथमिकता दी है। उन्होंने इसे चुनावी एजेंडा बनाया। इसे उनके परिवार में एक के बाद एक दुर्घटनाओं से जोड़कर देखा जाता है।
बहुत कम लोग अमेरिकी राजनीति में बाइडेन का पूरा नाम जो बाइडेन (Joe Biden) के नाम से जानते हैं। दरअसल, जो बाइडेन (Joe Biden) का पूरा नाम जोसेफ रॉबिनेट जो बाइडेन (Joe Biden) जूनियर है।
जो बाइडेन का भारत से भी गहरा रिश्ता
जो बाइडेन (Joe Biden) का जन्म अमेरिका के पेंसिल्वेनिया के स्क्रैंटन में हुआ था। वे बचपन में ही डेलावेयर चले गए। डेमोक्रेटिक उम्मीदवार, जो बाइडेन (Joe Biden) ने 2013 में उपराष्ट्रपति के रूप में भारत का दौरा किया। इसके बाद उन्होंने मुंबई में एक भाषण के दौरान अपने भारतीय संबंध का खुलासा किया।
जो बाइडेन (Joe Biden) ने कहा कि जब वह पहली बार 1972 में सीनेट के सदस्य बने, तो उन्हें मुंबई से एक बाइडन पत्र मिला। पत्र में उन्हें बताया कि दोनों के पूर्वज एक ही है। पत्र में उन्हें जानकारी दी गई थी कि उनके पूर्वज 18वीं सदी में ईस्ट इंडिया कंपनी में काम करते थे।
जो बाइडेन (Joe Biden) को इस बात का भी पछतावा था कि वह इस बारे में ब्योरा नहीं दे पाए। 2015 में, उन्होंने वाशिंगटन में इंडो-यूएस फोरम की बैठक में फिर से इस घटना का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि उनके पूर्वज का विवाह संभवत: एक भारतीय महिला से हुआ था, जिनके परिवार के सदस्य अभी भी हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि मुंबई में जो बाइडेन (Joe Biden) उपनाम के पांच लोग थे, जिनके बारे में एक पत्रकार ने उन्हें सूचित किया था। जो बाइडेन (Joe Biden) ने यह भी चुटकी ली थी कि वह भारत में भी चुनाव लड़ सकते हैं।

