पाकिस्तान की FATF में हार भारत के दुनिया में बढ़ते वर्चस्व की कूटनीतिक जीत

Savan Kumar
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चीन, तुर्की, मलेशिया और सऊदी अरब की ताकत पर कूदने वाला पाकिस्तान को इस बार इन लोगों के समर्थन के बावजूद राहत नहीं मिली। फ्रांस की राजधानी में पेरिस में वित्तीय कार्रवाई टास्क फोर्स (FATF) की आयोजित वर्जअल बैठक में पाकिस्तान को एक हार फिर हार का सामना करना पड़ा।

FATF (Financial Action Task Force) ने फरवरी 2021 तक पाकिस्तान को ग्रे सूची में बनाए रखा है। इतना ही नहीं, उसके मित्र देशों ने भी पाकिस्तान के साथ विश्वासघात किया है। 39 एफएटीएफ सदस्यों में से केवल तुर्की ने ग्रे सूची से हटाने का समर्थन किया। पाकिस्तान अब अपने पुराने गुरु सऊदी अरब को बरगलाकर इन दिनों तुर्की के साथ कट्टर इस्लामिक मोर्चा बनाने की कोशिश कर रहा है। लेकिन इस FATF बैठक में तुर्की और पाकिस्तान दोनों को खामियाजा भुगतना पड़ा। रेसेप तैयप एर्दोगन के नेतृत्व में, तुर्की एक कट्टरपंथी इस्लामिक देश बनने की ओर अग्रसर है और तुर्की के राष्ट्रपति का मध्य एशिया में 'खलीफा' बनने का सपना है।
पाकिस्तान को नहीं मिला अपने दोस्तों का समर्थन
एफएटीएफ की मुख्य बैठक से पहले अंतर्राष्ट्रीय सहयोग समीक्षा समूह की बैठक में तुर्की, चीन और सऊदी अरब ने कहा कि पाकिस्तान को तकनीकी आधार पर ग्रे सूची से हटा दिया जाना चाहिए। हालांकि, बाद में एफएटीएफ की बैठक में, चीन और सऊदी अरब ने उसे धोखा दिया और इमरान खान को केवल तुर्की का समर्थन था।
पाकिस्तान ने 27 कार्य योजनाओं में से केवल 21 को पूरा किया
इससे पहले, एफएटीएफ ने कहा कि पाकिस्तान ने अब तक हमारी 27 कार्य योजनाओं में से केवल 21 को पूरा किया है। अब इसे पूरा करने की समय सीमा खत्म हो गई है। इसलिए, FATF पाकिस्तान से 2021 तक सभी कार्ययोजनाओं को पूरा करने का अनुरोध करता है।
आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई से संतुष्ट नही FATF
इसके अलावा, चार नामांकित देश - अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी ने भी कहा कि पाकिस्तान की भूमि से आतंकी गतिविधियां चल रही हैं। वह आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की उसकी प्रतिबद्धता से संतुष्ट नहीं है। पूर्व में एक बड़ी व्यापारिक ताकत होने के बावजूद, तुर्की का चीन के साथ कोई राजनीतिक संबंध नहीं है। भारत के खिलाफ जम्मू और कश्मीर पर रक्षा सहयोग और बयानबाजी के लिए भी पाकिस्तान तुर्की पर निर्भर
Tags: Travel, History

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