उन्हीं में एक है जयपुर के गजानंद शर्मा, जो की पिछलें 36 सालों से पाकिस्तान के लाहौर जेल में बंद था। अब वो रिहा होकर घर आ रहे तो घर में खुशी का माहौल है।
मखनी देवी को इस साल मई में ही पता चला था कि उनके पति जिंदा है और पाकिस्तान की जेल में बंद हैं। इसके बाद मखनी देवी और परिवार ने रिहाई को लेकर सरकार से बात की। तो सरकार से आश्वासन मिला की उन्हें पाकिस्तान से जल्दी ही रिहा करा लिया जाएगा। और आज 13 अगस्त को वो दिन आ गया।
गजेंद्र शर्मा करीब 40 साल की उम्र में ही परिवार छोड कर चले गये थे।उस समय परिवार में उनकी पत्नी मखनी देवी और उनके दो छोटे बेटे थे। लेकिन आज परिवार बडा हो चुका है और पुरा परिवार उनके स्वागत के इंंतजार में है।
मखनी देवी का कहना है कि जब गजानंद गये थे तो वो अकेली पड गयी थी। उन्होंने 5 साल तक हर जगह गजानंद को ढूंढा, पुलिस के पास भी गई लेकिन अनपढ़ होने के कारण वो ज्यादा कुछ कर नहीं पायी। और अंत में आस छोड दी। इसके बाद किसी ने भी उसका साथ नही दिया। उस समय मखनी देवी की आर्थिक स्थिति भी खराब थी। कभी-कभी तो खुद के साथ बच्चों को भी भूखा ही सोना पड़ता था।
दुसरों के घरों में बर्तन साफ कर, झाडु ,पोछा कर अपने बच्चों को जैसे-तैसे पाला,पढ़ाया।
गजानंद शर्मा पाकिस्तान कैसे पहुंचे,और पाकिस्तान में उन्हें किस अपराध के कारण 36 साल जैल में रखा इसका पता आज तक नही चला।लेकिन फिर भी मखनी देवी को अपने पति से आज कोई शिकायत नही है।
उनका कहना है कि बुरा समय था जो बीत चुका है इसलिए अब वो गजानंद का स्वागत करना चाहती है। ताकि वो भी अपने बच्चों,पोतों से मिल सकें जी भर देख सकें।