उत्तर कोरिया, जिसे आधिकारिक रूप से डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (DPRK) कहा जाता है, ने हाल ही में अपनी सीमाओं को विदेशी पर्यटकों के लिए पुनः खोलने की घोषणा की है। लगभग पाँच वर्षों तक कड़े कोविड-19 प्रतिबंधों के बाद, दिसंबर 2024 से पर्यटक उत्तर कोरिया के विभिन्न हिस्सों की यात्रा कर सकेंगे।
2020 की शुरुआत में कोविड-19 महामारी के प्रसार को रोकने के लिए, उत्तर कोरिया ने अपनी सीमाएँ पूरी तरह से सील कर दी थीं। इससे पहले भी, देश की सख्त नीतियों और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के कारण पर्यटन सीमित था। सरकार की कड़ी निगरानी, स्वतंत्र यात्रा की अनुमति न होना, और विदेशी मीडिया के प्रति संदेह जैसे कारणों से पर्यटकों की संख्या कम रही है।
उत्तर कोरिया में प्रमुख पर्यटन स्थल:
प्योंगयांग (Pyongyang): उत्तर कोरिया की राजधानी, जो अपनी विशाल सड़कों, स्मारकों और संगठित संरचनाओं के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ किम इल-सुंग स्क्वायर, जुछे टॉवर, और किम इल-सुंग की प्रतिमा प्रमुख आकर्षण हैं।
कुमसुसन पैलेस ऑफ द सन (Kumsusan Palace of the Sun): यह पूर्व नेता किम इल-सुंग और किम जोंग-इल का मकबरा है, जहाँ उनकी संरक्षित शव रखे गए हैं।
माउंट पेक्टू (Mount Paektu): उत्तर कोरिया और चीन की सीमा पर स्थित यह पर्वत, देश का सबसे ऊँचा शिखर है और इसे पवित्र माना जाता है।
कायसोंग (Kaesong): यह शहर ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है और यहाँ कोरियो राजवंश की राजधानी थी। DMZ (Demilitarized Zone) भी यहाँ स्थित है, जो उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच की सीमा है।
म्योह्यांग पर्वत (Myohyang Mountains): प्राकृतिक सुंदरता और बौद्ध मंदिरों के लिए प्रसिद्ध, यह स्थान पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है।
पर्यटन के दौरान ध्यान देने योग्य बातें:
उत्तर कोरिया में यात्रा के दौरान कुछ सख्त नियमों का पालन करना आवश्यक है:
स्वतंत्र यात्रा की अनुमति नहीं: सभी यात्राएँ सरकारी गाइड के साथ ही की जा सकती हैं।
स्थानीय लोगों से बिना अनुमति के बातचीत न करें: बिना अनुमति के स्थानीय निवासियों से संपर्क करना प्रतिबंधित है।
फोटो खींचने में सावधानी बरतें: विशेषकर सैन्य स्थलों और नेताओं की प्रतिमाओं की तस्वीरें लेते समय नियमों का पालन करें।
सरकार या नेताओं की आलोचना न करें: ऐसा करना गंभीर अपराध माना जाता है।
उत्तर कोरिया की यात्रा एक अनोखा अनुभव हो सकता है, लेकिन इसके लिए देश के नियमों और सांस्कृतिक संवेदनशीलताओं का सम्मान करना अत्यावश्यक है।