रायगढ़ पुलिस ने बुधवार सुबह मुंबई में अर्नब गोस्वामी (Arnab Goswami) और दो अन्य लोगों को 52 वर्षीय इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया था। अर्नब ने पुलिस पर मारपीट करने का आरोप लगाया, लेकिन कोर्ट ने नहीं माना अर्नब को मुंबई से गिरफ्तार किया गया और बाद में रायगढ़ जिले के अलीबाग ले जाया गया। कोर्ट के अंदर जाने के बाद, अर्नब ने पुलिस पर मारपीट करने का आरोप लगाया। इसके बाद अदालत ने कहा कि वे मारपीट के आरोपों पर विचार नहीं करेंगे, क्योंकि प्रथम दृष्टया इसके कोई सबूत नहीं हैं।
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कोर्ट की इस चेतावनी के बाद, अर्नब शांति से बैठे रहे। जबकि पहले अदालत के अंदर वह चिल्ला रहे थे और दावा कर रहा थे कि पुलिस ने उन्हें मारा है। अर्नब गोस्वामी को आखिर गिरफ्तार क्यों किया गया, दो साल पहले, 52 वर्षीय इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक (Interior Designer Anvay Naik) और उनकी मां कुमुद नाइक ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। वह मई 2018 में अलीबाग तालुका के कावीर गाँव में अपने फार्महाउस में मृत पाये गये थे। अन्वय नाइक ने अपने सुसाइड नोट में आरोप लगाया कि उन्होंने और उनकी मां ने आत्महत्या करने का फैसला किया है क्योंकि फिरोज शेख और नितेश सारदा ने अर्नब के साथ 5.40 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया था। फिरोज और नितेश अलग-अलग फर्मों के मालिक थे।
Follow Our Facebook & Twitter Page : (The Found) Facebook Twitter 2019 में, रायगढ़ पुलिस ने केस में कोई सबूत नहीं मिलने के बाद मामला बंद कर दिया था। बाद में नाइक की बेटी अदन्या की शिकायत पर महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने फिर से मामले की जांच के आदेश दिए थे। अर्नब की गिरफ्तारी के साथ ही, बुधवार को पुलिस ने उस अधिकारी को भी गिरफ्तार कर लिया, जिसने आत्महत्या के लिए अपहरण के मामले की जांच की थी।

